भारतीय बीमा बाज़ार - पॉलिसी धारक
भारतीय बीमा बाज़ार
वैश्विक परिदृश्य में भारतीय बीमा
1 बीमा व्यवसाय में भारत का स्थान विश्व में दसवाँ है। वैश्विक जीवन बीमा बाजार में भारत का अंश 2019 के दौरान 2.73 था। पिछले वर्ष की तुलना में भारत में जीवन बीमा प्रीमियम 9.63 प्रतिशत बढ़ा जबकि वैश्विक जीवन बीमा प्रीमियम में 1.18 प्रतिशत वृद्धि हुई।
2 गैर-जीवन बीमा व्यवसाय में भारत का स्थान विश्व में 15वाँ है। वैश्विक गैर-जीवन बीमा बाजार में भारत का अंश 2019 के दौरान 0.79 प्रतिशत था। पिछले वर्ष की तुलना में भारत में गैर-जीवन बीमा प्रीमियम 7.98 प्रतिशत बढ़ा जबकि वैश्विक गैर-जीवन बीमा प्रीमियम में 3.35 प्रतिशत वृद्धि हुई।
3 2019 के दौरान वैश्विक तौर पर कुल प्रीमियम में जीवन बीमा प्रीमियम का अंश 46.34 प्रतिशत था तथा गैर-जीवन बीमा प्रीमियम 53.66 प्रतिशत था। तथापि, भारत के लिए जीवन बीमा व्यवसाय का अंश 74.94 प्रतिशत पर अत्यधिक रहा जबकि गैर-जीवन बीमा व्यवसाय का अंश 25.06 प्रतिशत था।
बीमा व्यापन और सघनता
1 बीमा व्यापन और सघनता दो मापीय आधार हैं जिनका उपयोग किसी भी देश में बीमा क्षेत्र के विकास के स्तर का निर्धारण करने के लिए अन्य बातों के बीच प्रायः किया जाता है। जबकि बीमा व्यापन का मापन जीडीपी की तुलना में बीमा प्रीमियमों के प्रतिशत के तौर पर किया जाता है, बीमा सघनता का परिकलन जनसंख्या की तुलना में प्रीमियमों के अनुपात (प्रति व्यक्ति प्रीमियम) के रूप में किया जाता है।
2 बीमा व्यापन जो 2001 में 2.71 प्रतिशत था, लगातार बढ़कर 2019 में 3.76 प्रतिशत हो गया है (जीवन 2.82 प्रतिशत और गैर-जीवन 0.94 प्रतिशत)। इसी वर्ष के दौरान बीमा व्यापन एशिया की कुछ उभरती अर्थव्यवस्थाओँ अर्थात् मलेशिया, थाईलैंड और चीन में क्रमशः 4.72, 4.99 और 4.30 प्रतिशत था। भारत में बीमा सघनता 2001 में 11.5 अमेरिकी डालर थी, जो 2019 में 78 अमेरिकी डालर तक पहुँच गई (जीवन – 58 अमेरिकी डालर और गैर-जीवन – 20 अमेरिकी डालर)। इसी अवधि के दौरान मलेशिया, थाईलैंड और चीन के लिए तुलनात्मक आंक़ड़े क्रमशः 536 अमेरिकी डालर, 389 अमेरिकी डालर और 430 अमेरिकी डालर थे। वैश्विक तौर पर बीमा व्यापन और सघनता 2019 में क्रमशः जीवन खंड के लिए 3.35 प्रतिशत और 379 अमेरिकी डालर तथा गैर-जीवन खंड के लिए 3.88 प्रतिशत और 439 अमेरिकी डालर थी। (स्रोतः स्विस सिगमा के विभिन्न अंक)
बीमा प्रीमियम
1 राजकोषीय वर्ष 2019-20 के दौरान, गैर-जीवन बीमाकर्ताओं का सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 के रु. 1,69,448 करोड़ की तुलना में रु. 1,88,916 करोड़ था जिसने 11.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि सूचित करने के लिए प्राथमिक रूप से मोटर और स्वास्थ्य खंडों ने उद्योग की सहायता की है।
राजकोषीय वर्ष 2019-20 के दौरान, जीवन बीमा उद्योग ने पिछले वित्तीय वर्ष के रु. 5,08,132 करोड़ की तुलना में 12.75 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए रु. 5,72,910 करोड़ की प्रीमियम आय अभिलिखित की है। जबकि नवीकरण प्रीमियम जीवन बीमाकर्ताओं द्वारा प्राप्त कुल प्रीमियम के 54.75 प्रतिशत के लिए कारण रहा है, नये व्यवसाय ने शेष 45.25 प्रतिशत का अंशदान किया है।