पारंपरिक जीवन बीमा - पॉलिसी धारक
प्रश्न: मुझे पॉलिसी खरीदने का निर्णय करने से पहले क्या देखना चाहिए?
उत्तर: आप जाँच करें और देखें कि क्या उसमें गारंटी रिटर्न मिलेगा, लॉक-इन पीरियड क्या है, भुगतान की जाने वाली प्रीमियम का विवरण, प्रीमियम डिफ़ाल्ट के क्या परिणाम होगें, फिर से चालू करने (रिवाइवल) की शर्तें और पॉलिसी की शर्तें क्या हैं, कौन से शुल्क काटे जाएँगे, क्या कर्ज़ (लोन) भी मिलेगा आदि।
प्रश्न: प्रस्ताव (प्रपोज़ल) में किए गए प्रकटीकरण (डिस्क्लोज़र) का क्या महत्व है?
उत्तर: प्रस्ताव में किया गया प्रकटीकरण पॉलिसी की अंडरराइटिंग यानी बीमांकन का आधार होता है इसलिए कोई भी गलत बयान या डिस्क्लोज़र के कारण दावा नकारा जा सकता है।
प्रश्न: जीवन बीमा में कौन-कौन सी विशेष चिकित्सीय रिपोर्ट्स जमा करना ज़रूरी है?
उत्तर: कुछ विशेष प्रस्तावों के मामले में निर्भरता प्रवेश की उम्र, परिपक्वता पर उम्र, बीमित राशि, परिवार और व्यक्तिगत इतिहास पर होती है और जोखिम पर विचार के लिए विशेष चिकित्सीय रिपोर्ट्स जमा करना ज़रूरी हो सकता है। उदाहरण के लिए अगर प्रस्तावक का वज़न ज़रूरत से ज़्यादा है तो विशेष रिपोर्ट जैसे कि इलेक्ट्रो कार्डियोग्राम, ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट आदि आवश्यक हो सकते हैं, जबकि कम वज़न वाले प्रस्तावकों के लिए छाती और फेफड़ों की एक्स-रे रिपोर्ट आवश्यक हो सकती है।
प्रश्न: पारंपरिक जीवन बीमा पॉलिसी में पेड-अप मूल्य का क्या अर्थ है?
उत्तर: किसी निश्चित अवधि के लिए या उसके बाद तक प्रीमियम अदा करने के पश्चात और यदि प्रीमियम अदा नहीं किए जाते तो बीमित राशि एक अनुपातिक राशि तक घटा दी जाती है। जो पूर्ण बीमित राशि (सम अश्योर्ड) के समान अनुपात रखता है जैसे कि प्रीमियमों की संख्या वास्तव में भुगतान की गई हो मूल पॉलिसी में निर्धारित की गई प्रीमियमों की कुल संख्या से रखता है। उदाहरण के लिए, यदि बीमित राशि/ सम अश्योर्ड 1 लाख है और देय प्रीमियमों की कुल संख्या है 20 (20 साल की पॉलिसी, माना कि प्रीमियम मोड वार्षिक है) और डिफ़ॉल्ट 10 वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करने के बाद होता है, पॉलिसी 50,000/- की पेड वैल्यू प्राप्त कर लेती है। पैड अप वैल्यू = प्रीमियम की संख्या / देय प्रीमियम की संख्या का भुगतान X सम अश्योर्ड = 10/20 X 100,000 = 50000 / इसका मतलब यह है कि पॉलिसी प्रभावी थी जैसे कि पहले थी सिवाय देय 11वीं प्रीमियम की तारीख से लेकर, बीमित राशि का मूल 1,00,000 के बदले 50,000 / है। इस सम अश्योर्ड के लिए बोनस पॉलिसी निरस्त होने के पहले से ही निहित (प्रोद्भूत) किया गया, भी जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए यदि निरस्त होने की तारीख तक अपवर्जित बोनस 35000 / - तो कुल पेड अप वैल्यू है 50000 + 35000 = 85,000
प्रश्न: जीवन बीमा पॉलिसी में समर्पण मूल्य की गणना कैसे की जाती है?
उत्तर: समर्पण मूल्य या सरेण्डर वैल्यू पैड अप वैल्यू के प्रतिशत के रूप में अनुज्ञेय है। समर्पण मूल्य की गणना समर्पण मूल्य कारक या सरेण्डर वैल्यू फैक्टर के रूप में की जाती है जो कि प्रीमियम के भुगतान और बीत चुकी अवधि पर निर्भर करता है।
प्रश्न: परंपरागत जीवन बीमा पॉलिसियों के अंतर्गत पॉलिसी पर कर्ज की गणना कैसे की जाती है?
उत्तर: अगर पॉलिसी की शर्तों में कर्ज दिए जाने की अनुमति होती है तो कर्ज की स्वीकृति समर्पण मूल्य के प्रतिशत के रूप में की जाती है।
प्रश्न: परिपक्वता राशि दावे के मामले में क्या जमा कराने की आवश्यकता होती है ?
उत्तर: आम तौर पर बीमा कंपनी पॉलिसी धारक को पॉलिसी की परिपक्वता की तारीख के कम से कम 2 से 3 महीने पूर्व डिस्चार्ज वाउचर संलग्न करते हुए अग्रिम सूचना भेजकर दावे की देय राशि के बारे में बताएगी। पॉलिसी बॉन्ड और डिस्चार्ज वाउचर को विधिवत हस्ताक्षर करके और देखकर बीमा कंपनी को तुरंत लौटा देना चाहिए ताकि बीमा कंपनी भुगतान करने में सक्षम हो जाए। यदि पॉलिसी किसी अन्य व्यक्ति के पक्ष में असाइंड (समनुदेशन) / आवंटित है तो दावे की राशि केवल का भुगतान केवल असाइनी (समनुदेशिती)/ आवंटन प्राप्तकर्ता को किया जाएगा जो कि डिस्चार्ज देगा।
प्रश्न: सेटलमेंट या निपटान विकल्पों का क्या मतलब है?
उत्तर: निपटान विकल्प का मतलब है कि ऐसी सुविधा उपलब्ध कराना है जिससे पॉलिसी धारक एक परिभाषित तरीके से (नियमों और शर्तों को अनुबंध की स्थापना के समय अग्रिम रूप से उल्लेखित किया जाता है) परिपक्वता राशि उपलब्ध कराई जाती है।
प्रश्न: पॉलिसी जारी रहने के दौरान जीवन बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर सामान्यतः कौन से दस्तावेज जमा कराना आवश्यक है?
उत्तर: आमतौर पर आवश्यक मूल दस्तावेजों में शामिल हैं - मृत्यु प्रमाण पत्र, दावा प्रपत्र और पॉलिसी बॉन्ड हैं, अन्य दस्तावेजों के रूप में मेडिकल अटेंडेंट का सर्टिफिकेट, हॉस्पिटल सर्टिफिकेट, नियोक्ता का प्रमाणपत्र, पुलिस जाँच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि जमा करने के लिए कहा जा सकता है, जैसा भी लागू हो। दावे की आवश्यक औपचारिकताएँ आमतौर पर पॉलिसी बॉन्ड में स्पष्ट कर दी जाती है।