संदर्भ:आईआरडीएआई/एनएल/ओआरडी/एमआईएससी/223/12/2019 दिनांक:12 दिसंबर, 2019
आदेश
विषय : साधारणबीमा उद्योग मेंहानि-रोकथामऔर हानि-न्यूनीकरणहेतु अनुसंशाएँकरने के लिए कार्यकारीसमूह का गठन
हानि-रोकथामऔर हानि-न्यूनीकरणबीमा क्षेत्र मेंहानि नियंत्रणके महत्वपूर्णपहलू हैं। हानि-रोकथामऔर हानि-अल्पीकरणके लिए कदम न केवलबीमाकृत और बीमाकर्ताकी मदद करते हैंबल्कि व्यापक संदर्भमें आर्थिक हानियोंका भी शमन करतेहैं।
2. जबकि, हानि-रोकथामऔर हानि-न्यूनीकरणऐसे मुद्दे हैंजिनकी चिंता, बीमाकर्ता, जोखिम केआकलन से लेकर दावेहोने के समय तककरते हैं,सभी संबंधितोंके लाभ के लिए इनगतिविधियों मेंशामिल विभिन्नहितधारकों की गतिविधियोंमें सामंजस्य कीआवश्यकता है। इसक्षेत्र में अनुसंधानऔर शिक्षा को प्रोत्साहितकरने की भीआवश्यकता है। इससंबंध में सरकारऔर विभिन्न सरकारीएजेंसियों के साथसहयोग से समाजको, व्यापकरूप से लाभ होगा।
3. इसलिएयह महत्वपूर्णहै कि सभी हितधारकसभी के हित के लिएएक सामान्य मंचपर मिलजुल कर कामकरें।
4. उपरोक्तपृष्ठभूमि में, निम्नलिखितविचारार्थ विषयोंके साथ, निम्नलिखितसदस्यों का एककार्यकारी समूहगठित करने का निर्णयकिया गया है :
5. कार्यकारीसमूह का गठन
i.श्रीमतीटी.एल. अलमेलू, सदस्य (गैर-जीवन), आईआरडीएआई, अध्यक्ष
ii.श्रीजी. श्रीनिवासन, निदेशक, राष्ट्रीयबीमा अकादमी, सदस्य
iii.श्रीकुन्नेल प्रेम, मुख्य कार्यकारीअधिकारी,आईआईबीआई, सदस्य
iv.श्रीएम. नागराजशर्मा, महासचिव, सामान्यबीमा परिषद, सदस्य
v.श्रीसी.एस. अयप्पन, उपमहाप्रबंधक, न्यू इण्डियाएश्युरेन्स कं. लिमि., सदस्य
vi.श्रीगिरीश गंगाधरन, वरिष्ठप्रबंधक,जीआईसी री, सदस्य
vii.श्रीथंगराजू मल्लन, वरिष्ठउपाध्यक्ष-कार्पोरेटजोखिमअंकन-एचडीएफसीएर्गो जनरल इंशुरेन्सकं. लि.मि., सदस्य.
viii.श्रीरमनन वी.,नियुक्त बीमांकिकएवं एसवीपी, मैक्स बूपाहेल्थ इन्शुरेन्सकंपनी लिमिटेड, सदस्य
ix.श्रीएस.के. जैन, उपाध्यक्ष, बीमा ब्रोकर्सएसोसिएशन ऑफ इण्डिया, सदस्य
x.श्रीमतीयज्ञप्रिय भरत, मुख्य महाप्रबंधक (गैर-जीवन) आईआरडीएआई, सदस्य संयोजक
6. विचारार्थविषय:
i. बीमामें हानि-रोकथामऔर हानि-न्यूनीकरणमें सुधार के लिएखण्ड-अनुसारअर्थोपाय के साधनसुझाना।
ii. हानि-रोकथामऔर हानि-न्यूनीकरणके क्षेत्र मेंबीमा उद्योग द्वाराअपनायी जा रहीवर्तमान प्रथाओंका मूल्यांकन करनेऔर बेहतर हानि-रोकथामव हानि-न्यूनीकरणसुनिश्चित करनेके लिए विभिन्नहितधारकों की गतिविधियोंमें सामंजस्य केलिए सुझाव देना।
iii .हानि-रोकथामऔर हानि-शमनसे संबंधित अनुसंधान, शिक्षाऔर सेवाओं को प्रोत्साहितकरने के लिए अनुशंसाएँदेना।
7. कार्यकारीसमूह, अपनीअनुशंसाओं सहितरिपोर्ट,इस आदेश की तिथिसे बारह सप्ताहोंके भीतर प्रस्तुतकरेगा।
(एम. पुल्लाराव)
कार्यकारीनिदेशक(सामान्य)