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Title: प्रति, सभी बीमाकर्ता
Reference No.: आईआरडीएआई/एफएण्डए/सीआईआर/एसीटीएस/146/06/2017
Date: 28/06/2017
बीमा क्षेत्र में इंड एएस का कार्यान्वयन

 

प्राधिकरणनेइंडएएसकेकार्यान्वयनकेलिएबीमाउद्योगकोतैयारकरनेऔरजहाँभीअपेक्षितहोवहाँदिशानिर्देशउपलब्धकरानेकेलिएआदेशसंदर्भसं.आईआरडीए/एफएण्डए/ओआरडी/एसीटीएस/201/ 11/ 2015 दिनांक17 नवंबर2015 द्वाराएककार्यान्वयनदलगठितकियाथा।उक्तकार्यान्वयनदलनेअपनीरिपोर्ट29 दिसंबर2016 को प्रस्तुतकीथी।कार्यान्वयनदलद्वारासिफारिशकियेगयेविनियमोंकाप्रारूपसभीहितधारकोंसेअभिमतप्राप्तकरनेकेलिएएक्सपोज़रप्रारूपकेरूपमेंजारीकियागयाथा। इसीसमयबीमाकंपनियोंकोभीनिदेशदियागयाकिवेदिसंबर2016 की तिमाहीसेप्रभावीरूपमेंप्रोफार्मारिपोर्टेंप्रस्तुतकरें।

 

2. इसकेअतिरिक्त,दिनांक18 जनवरी2016 की प्रेसप्रकाशनीमेंकंपनीकार्यमंत्रालय(एमसीए)नेबीमाक्षेत्रकेलिएइंडएएसकेकार्यान्वयनकेलिएरूपरेखानिर्धारितकीहैजिसकेद्वाराबीमाकर्ताओं/ बीमा कंपनियोंसेअपेक्षितहैकिवे1 अप्रैल2018 से लेकरआगेलेखांकनअवधियोंकेलिएइंडएएसआधारितवित्तीयविवरणएकवर्षकीतुलनात्मकस्थितियोंकेसाथतैयारकरें। कंपनी(भारतीयलेखांकनमानक)(संशोधन)नियम,2016 का नियम4 आगे कहताहैकि"बैंकिंगकंपनियाँऔरबीमाकंपनियाँक्रमशःभारतीयरिज़र्वबैंकबीमाविनियामकऔरविकासप्राधिकरण(आईआरडीए)द्वाराअधिसूचितरूपमेंउक्तइंडएएसकोलागूकरें"

 

3. इस बीच,अंतरराष्ट्रीयलेखांकनमानकबोर्डने18 मई 2017 कोबहुप्रतीक्षितआईएफआरएस17 बीमासंविदाएँजारी कीं,जोआईएफआरएस4 को प्रतिस्थापितकरतीहैं

जिसे एकअंतरिममानककेरूपमेंलायागयाथा। चूँकिआईएफआरएस4 ने कंपनियोंकोराष्ट्रीयलेखांकनमानकोंकाउपयोगकरतेहुएबीमासंविदाओंकेलिएलेखांकनकरनेकीव्यवस्थादीहैजिसकापरिणामविभिन्नदृष्टिकोणोंकीअधिकतामेंहुआ,अतःहितधारकोंकेलिएअन्यथाएकहीप्रकारकीकंपनियोंकेवित्तीयकार्यनिष्पादनकीतुलनाकरनाकठिनहै।आईएफआरएस17 के निर्मोचनसेसंबंधितप्रगतिकापरिणामआईआरडीएआईद्वाराभारतमेंबीमाक्षेत्रमेंइंडएएसकेकार्यान्वयनकेविषयमेंस्थितिकीसमीक्षाकरनेकेरूपमेंहुआ।

 

4. प्राधिकरणकेबोर्डने31 मई 2017 कोआयोजितअपनीबैठकमेंभारतमेंबीमाक्षेत्रकीविशेषताओंकीओरध्यानदिया,विशेषरूपसेइसतथ्यकीओरकिवित्तीयलिखतों: मान्यताऔरमापनकेसंबंधमेंआईएएस39 के समानकोईमानकभारतकेपासनहींहै। वर्तमानरूपमेंइंडएएसकाकार्यान्वयनऐसीस्थितिकेलिएमार्गप्रशस्तकरेगाजहाँआस्तियोंकामूल्यांकनउचितमूल्य/ बाजारमूल्यकेआधारपरकियाजाएगातथादेयताओंकामूल्यांकनवर्तमानफार्मूलाआधारितदृष्टिकोणकेअनुसारकियाजानाजारीरहेगा। इससेआस्तिऔरदेयतामूल्यांकनमेंअसंतुलनविद्यमानहोनेकीसंभावनाहोगीऔरसाथहीयहबीमाकंपनियोंकेवित्तीयविवरणोंमेंअस्थिरताकेलिएभीकारणबनेगा।इसकेअतिरिक्त,अनुपालनव्ययदोबारकियेजाएंगे,एकबारइंडएएसकेकार्यान्वयनकेतत्कालबादतथादूसरीबारजबआईएफआरएस17 को भारतमेंलागूकियाजाएगा।

 

5. अतःप्राधिकरणनेविनियामकअभिभाविताकाअनुमोदनकियाजिसकेद्वाराभारतमेंबीमाक्षेत्रमेंइंडएएसकेकार्यान्वयनकोदोवर्षकीअवधिकेलिएआस्थगितकियागयाहैतथावहअब 2020-21सेप्रभावीरूपमेंकार्यान्वितकियाजाएगा।

 

6. तथापि,तिमाहीआधारपरप्रोफार्माइंडएएसवित्तीयविवरणप्रस्तुतकरनेकीअपेक्षाकानियंत्रितहोनाजारीरहेगाजैसाकिआईआरडीएआईपरिपत्रसंदर्भःआईआरडीए/एफएण्डए/सीआईआर/एसीटीएस/262/12/2016दिनांक30 दिसंबर2016 के अंतर्गतनिदेशदियागयाहै।

Sd/-

सदस्य(जीवन)

(प्रभारी,वित्तऔरलेखा)

 

 

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